Apr 09, 2016 11:21pm
सिरहाने रखा है
तहो में सम्भाल कर
एक एक याद को
मुस्कुराना आपका ,
सर पे हाथ फिराना ,
बेवजह झुंझलाना ,
बल्ब की जगह
पंखे को बंद कर जाना ,
बिच रात उठ
मुझे पुकारना ,
देख जरा
इधर तो आना ..
माँ आएंगे
फिर से
आप एक बार
और तो पुकारना ........
#यूही
सिरहाने रखा है
तहो में सम्भाल कर
एक एक याद को
मुस्कुराना आपका ,
सर पे हाथ फिराना ,
बेवजह झुंझलाना ,
बल्ब की जगह
पंखे को बंद कर जाना ,
बिच रात उठ
मुझे पुकारना ,
देख जरा
इधर तो आना ..
माँ आएंगे
फिर से
आप एक बार
और तो पुकारना ........
#यूही
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