Saturday, June 11, 2016

Bihari Toppers - Tale of Setting Mentality

बिहार टॉपर्स ने बिहार का नाम का जो करना था, बहुत अच्छे से कर डाला , पर कई टॉपर्स अभी भी खुले आम घूम रहे है इज़्ज़त का तमगा लिए किसी प्रतिष्ठित पद की शोभा बढ़ा रहे है . शायद वे कभी न पकडे जाए . इन लोगो का अपना समाज है , इन्हे थोड़ी भी लज्जा नहीं आती की ये स्नातक और पीएचडी की डिग्री लेकर भी अपने विषय में कुछ नहीं जानते . पर ये उन विषयों के प्रोफेसर बन लाखो रूपये का सालाना वेतन पाते है . ये सेटिंग कला है . और राज्य का पता नहीं , पर अपने बिहार में आपको इस सेटिंग कला के कई महारथी मिल जाएंगे . ये इंजीनियर है , कार्यालय चले जाए तो इनसे ज्यादा वहां का चपरासी जानता है ( मेरा निजी अनुभव , BSNL कार्यालय का ) . ये चिकित्सक है , महिलाओ की हर समस्या का समाधान उसका यूटरस निकालना है ( हाल में ३६ ऐसे केस पकडे गए ) . ये नर्स है , पर इंजेक्शन देने में हाथ कांपता है पर जो भी है सरकारी वेतन , महीना के अंत में मिल जाना चाहिए . इनके अनुसार जीवन ऐसे ही सेट होता है . इनके अनुसार इसमें खराबी ही क्या है ...
समाज का ३०% आबादी ही इस सेटिंग कला का महारथी है, पर पुरे समाज का नाम ऊँचा करने के लिए काफी है .

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