"ट्रोल" का अर्थ है - बदसूरत जीव जो या तो बहुत लंबा होता है नही तो बौना होता है , ये इंसानों के दोस्त नही होते , अभी भी उनके तरफ बहस छिड़ी हुई है कि क्या ट्रोल सच मे कभी हुए थे। कुछ लोगो के अनुसार वे इस धरती पर चले हैं , वे गांवों पर हमला कर ग्रामीणों को खाने के लिए मार देते थे, क्योंकि इंसान का माँस उनका पसंदीदा था । उनके अनुसार ट्रोल हर आकार ,लम्बाई और रूप के होते थे । अगर आपने इंग्लिश मूवी shrek देखी हो तो मूवी के प्रोटागोनिस्ट का रूप याद होगा ,वह ट्रोल के ही विभिन्न रूपों से ही प्रभावित था । एक जगह तो ये कल्पना तक कि गई कि ट्रोल के सर पर पेड़ भी उगता था ।
ट्रोल के अंग्रेजी समानार्थक शब्दो (लोक साहित्य के ) मे सबसे मिलता जुलता शब्द आगर(ogre) है , जिसका अर्थ आदमखोर होता है । नॉर्वे के किवदन्तीयो के अनुसार अगर ट्रोल पर सूर्य की रोशनी पड़ जाती है तो वे उसी जगह पर चट्टान बन जाते हैं । इस रोचक सोच के पीछे वजह है , नार्वे में कई जगह पर अजीबोगरीब रूप में चट्टानों का होना
ट्रोल के रूप और कई लोककथाओं से प्रभावित हो , आजकल कई कार्टून के पात्र बन चुके हैं ।
पोस्ट को आप और अच्छे से समझे , इसलिए कुछ चित्र पोस्ट के साथ संलग्न है जो ट्रोल के काल्पनिक , भौगोलिक और आधुनिक रूप को दर्शा रहा है 😊
#यूही_जानकारी_troll_करते
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