Tuesday, April 12, 2016

‎कुछ भी‬

इंसान को जानवरो से अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है ...शरीर को कपडे से ढक लेने से कोई इंसान नहीं हो जाता ...

Mar 08, 2016 11:42am
पुरुष प्रधान विश्व में , स्त्री का स्त्री बने रहना ही, स्त्री की सबसे बड़ी उपलब्धि है .

दो बूंद
तेरे नाम की
आँखों को नमी दे
सूख गयी,
आँख से
हर बूँद टपके .
जरूरी तो नहीं ...

‪#‎कुछभी‬


दूर तक सिर्फ 
यादो का सन्नाटा है , 
हलके से खुल जाती 
है किवाड़ ,
होता है अहसास 
तू अभी भी 
इधर से ही 
आता और जाता है ....

‪#‎कुछभी‬

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